किसान नेताओं पर नहीं लगेगा NSA; अंबाला पुलिस ने फैसला वापस लिया, मगर संपत्ति होगी कुर्क, बैंक खाते सीज किए जाएंगे
Ambala Police NSA Not Being Invoked On Protesting Farmers
Ambala Police Farmers Protest: प्रदर्शनकारी किसान नेताओं पर अब राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई नहीं की जाएगी। अंबाला पुलिस ने ये फैसला वापस ले लिया है। अंबाला रेंज के IG सिबाश कबिराज ने इसकी जानकारी दी। सिबाश कबिराज ने बताया कि, अंबाला में किसान यूनियन नेताओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानि रासुका लगाने के फैसले पर पुनर्विचार किया गया है। जिसके बाद अब इसे नहीं लागू किया जाएगा। हरियाणा पुलिस सभी प्रदर्शनकारियों और उनके नेताओं से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने का अनुरोध करती है। बता दें दिल्ली जाने पर अड़े किसान अंबाला के पास शंभु बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच बार्डर पर पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों में लगातार टकराव की स्थिति बनी हुई है।
अंबाला पुलिस ने कहा था- NSA लगाने की कार्रवाई की जा रही
वीरवार रात अंबाला पुलिस ने एक सूचना जारी की थी। जिसमें कहा गया था कि दिल्ली कूच को लेकर प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा शंभु बार्डर पर बैरिकेड्स तोड़ने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। साथ ही हुड़दंग और उपद्रव करते हुए पुलिस पर पथराव करके कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा सरकारी और प्राइवेट संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया जा चुका है। इसके साथ ही किसानों के इस प्रदर्शन के दौरान लगभग 30 पुलिस कर्मियों को चोटें आईं हैं और एक पुलिस कर्मी की ब्रेन हेमरेज से व 2 पुलिस कर्मियों की मौत हो चुकी है।
अंबाला पुलिस का कहना था कि, इस प्रदर्शन में कई किसान नेता सक्रिय भूमिका में हैं और वे कानून-व्यवस्था बिगाड़ रहे हैं। लगातार सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर भड़काऊ और उकसाने वाले बयान दिये जा रहे हैं। सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की बातें हो रहीं हैं। पुलिस-प्रशासन के खिलाफ लोगों को भड़काया जा रहा है। साथ ही सरकार व पुलिस-प्रशासन के खिलाफ भरपूर तरीके से गलत शब्दों का इस्तेमाल हो रहा है। कुल मिलाकर प्रदर्शनकारी किसान प्रदर्शन की आड़ में भयानक उपद्रव कर रहे हैं। इसलिए आपराधिक गतिवधियों को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानि रासुका लगाने के तहत किसान संगठनों के मुख्य पदाधिकारियों-नेताओं और उपद्रवी प्रदर्शनकारियों पर कारवाई शुरू की जा रही और उन्हें नजरबंद किया जाएगा।
संपत्ति होगी कुर्क, बैंक खाते सीज किए जाएंगे
अंबाला पुलिस ने NSA लगाने का फैसला भले ही वापस ले लिया हो लेकिन सार्वजनिक और प्राइवेट संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने पर किसान संगठनों के मुख्य पदाधिकारियों-नेताओं और उपद्रवी प्रदर्शनकारियों की संपत्ति कुर्क की जाएगी और उनके बैंक खाते सीज किए जाएंगे। अंबाला पुलिस ने कहा कि, शंभु बार्डर पर प्रदर्शन करते हुए प्रदर्शनकारियों द्वारा सार्वजनिक और प्राइवेट संपत्ति को काफी नुकसान अब तक पहुंचाया जा चुका है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों से ही नुकसान की भरपाई की जाएगी। खासकर प्रदर्शनकारी किसान नेताओं को इसके लिए मुख्य जिम्मेदार माना जाएगा।